भारत के वित्तीय बाज़ार में एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है! हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, मई 2025 में म्यूचुअल फंड्स में SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के ज़रिए रिकॉर्ड ₹26,688 करोड़ का इनफ्लो दर्ज किया गया है। यह आंकड़ा भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा मासिक SIP योगदान है। यह न केवल निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि व्यवस्थित निवेश योजनाएँ किस तरह छोटे निवेशकों के लिए संपत्ति बनाने का एक शक्तिशाली माध्यम बन चुकी हैं।
यह महत्वपूर्ण उछाल एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में सामने आया है। गौरतलब है कि अगस्त 2023 के बाद से हर महीने SIP इनफ्लो ₹20,000 करोड़ से ऊपर बना हुआ है, जो SIP के प्रति बढ़ती जन-जागरूकता और स्वीकार्यता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। इस लेख में, हम SIP के इस बूम को विस्तार से समझेंगे, इसके पीछे के कारणों की पड़ताल करेंगे, और जानेंगे कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था और आम निवेशक के लिए क्या मायने रखता है।
मुख्य बातें: म्यूचुअल फंड्स में SIP बूम: मई 2025 में ₹26,688 करोड़ का इनफ्लो
मई 2025 में म्यूचुअल फंड्स में SIP के माध्यम से हुआ ₹26,688 करोड़ का रिकॉर्ड तोड़ निवेश, भारतीय वित्तीय परिदृश्य में कई महत्वपूर्ण तथ्यों को उजागर करता है। यह आंकड़ा न केवल एक संख्या है, बल्कि करोड़ों भारतीयों की वित्तीय समझदारी और भविष्य के लिए उनकी नियोजन क्षमता का प्रतीक भी है। इस अभूतपूर्व इनफ्लो के पीछे कुछ मुख्य बातें हैं, जिन्हें समझना आवश्यक है।
- रिकॉर्ड तोड़ इनफ्लो: मई 2025 में SIP इनफ्लो ₹26,688 करोड़ तक पहुंच गया, जो भारतीय म्यूचुअल फंड इतिहास का सबसे बड़ा मासिक आंकड़ा है। यह दर्शाता है कि निवेशक अब पारंपरिक बचत के तरीकों से हटकर अधिक व्यवस्थित और बाज़ार से जुड़े निवेश विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं।
- निरंतर वृद्धि: अगस्त 2023 से लगातार हर महीने SIP इनफ्लो ₹20,000 करोड़ के आंकड़े को पार कर रहा है। यह एक अस्थायी उछाल नहीं, बल्कि एक स्थायी वृद्धि का संकेत है, जो वित्तीय साक्षरता और निवेश की आदतों में बदलाव को दर्शाता है।
- सक्रिय खातों की संख्या: मई 2025 तक 8.56 करोड़ से अधिक SIP खाते सक्रिय थे। यह संख्या बताती है कि छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों से भी निवेशक अब SIP को अपना रहे हैं, जिससे निवेश का आधार व्यापक हो रहा है।
- कुल AUM में बढ़ोतरी: मई 2025 में म्यूचुअल फंड्स का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर ₹72 लाख करोड़ के पार पहुंच गया। इसमें इक्विटी और हाइब्रिड सेक्टर से आया मजबूत प्रवाह एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है, जो निवेशकों के बढ़ते भरोसे को और मजबूत करता है।
- रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का महत्व: SIP निवेश का एक मुख्य फायदा रुपी कॉस्ट एवरेजिंग (Rupee Cost Averaging) का सिद्धांत है। यह निवेशकों को बाज़ार की अस्थिरता के जोखिम को कम करने में मदद करता है, जिससे वे लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न प्राप्त कर पाते हैं।
SIP की शानदार परफॉर्मेंस और मुख्य विशेषताएं
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) ने हाल के वर्षों में निवेशकों के बीच अपनी विश्वसनीयता और प्रभावशीलता साबित की है। मई 2025 का रिकॉर्ड तोड़ इनफ्लो इसी सफलता का एक प्रमाण है। SIP की सबसे बड़ी विशेषता इसका अनुशासित दृष्टिकोण है, जो निवेशकों को नियमित अंतराल पर छोटी-छोटी राशि निवेश करने की सुविधा देता है। यह अनुशासन न केवल बचत की आदत को बढ़ावा देता है, बल्कि निवेश को एक सहज प्रक्रिया भी बनाता है।
SIP के माध्यम से निवेश करने पर, आप बाज़ार के उतार-चढ़ाव का लाभ उठा सकते हैं। जब बाज़ार नीचे होता है, तो आपकी निश्चित राशि से अधिक यूनिट्स खरीदी जाती हैं, और जब बाज़ार ऊपर होता है, तो कम यूनिट्स। इस विधि को ‘रुपी कॉस्ट एवरेजिंग’ कहते हैं, जो लंबी अवधि में आपके औसत खरीद मूल्य को कम करने में सहायक होती है और बाज़ार के जोखिम को काफी हद तक कम कर देती है। यह उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो बाज़ार की टाइमिंग के बारे में चिंतित रहते हैं। ICICI Direct जैसे प्लेटफॉर्म SIP की विशेषताओं को विस्तार से बताते हैं और निवेश में मदद करते हैं। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
इसके अलावा, SIP निवेश की शुरुआत बेहद कम राशि, जैसे न्यूनतम ₹100 से की जा सकती है, जिससे यह सभी आय वर्ग के लोगों के लिए सुलभ हो जाता है। यह सुविधा व्यक्तियों को बिना किसी बड़े वित्तीय बोझ के निवेश की यात्रा शुरू करने में सक्षम बनाती है। मई 2025 में 8.56 करोड़ से अधिक सक्रिय SIP खातों की संख्या इस बात का प्रमाण है कि भारतीय आबादी का एक बड़ा हिस्सा अब इस सरल और प्रभावी निवेश उपकरण का लाभ उठा रहा है। यह निवेशकों के लिए अपनी वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक विश्वसनीय मार्ग प्रदान करता है।
SIP क्यों है निवेशकों की पहली पसंद?
म्यूचुअल फंड्स में SIP की बढ़ती लोकप्रियता के पीछे कई ठोस कारण हैं, जो इसे निवेशकों की पहली पसंद बनाते हैं। सबसे पहले, यह निवेश का एक अनुशासित तरीका है। हर महीने एक निश्चित राशि का निवेश करने से वित्तीय अनुशासन बना रहता है और अचानक बड़ी रकम जुटाने की चिंता खत्म हो जाती है। यह उन लोगों के लिए बेहतरीन है जो हर महीने अपनी आय का एक हिस्सा निवेश करना चाहते हैं।
दूसरा महत्वपूर्ण कारण है ‘रुपी कॉस्ट एवरेजिंग’। यह विधि बाज़ार की अस्थिरता से निपटने में मदद करती है। जब शेयर बाज़ार गिरता है, तो आपकी निश्चित SIP राशि से अधिक यूनिट्स खरीदी जाती हैं, और जब यह बढ़ता है, तो कम यूनिट्स। लंबी अवधि में, यह आपके निवेश की औसत लागत को कम करने में मदद करता है, जिससे रिटर्न की संभावना बढ़ जाती है। यह उन निवेशकों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो बाज़ार के उतार-चढ़ाव से बचना चाहते हैं।
तीसरा कारण है निवेश की सुविधा और पहुंच। SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करना बहुत आसान है। कई वित्तीय संस्थान और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Axis MF और ICICI Bank SIP शुरू करने की प्रक्रिया को सरल बनाते हैं। आप अपनी सुविधानुसार ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। एक्सिस म्यूचुअल फंड्स में SIP के बारे में यहां जानें। यह कम से कम ₹100 से शुरू किया जा सकता है, जो इसे हर आय वर्ग के लिए सुलभ बनाता है।
मई 2025 में SIP के रिकॉर्ड तोड़ आंकड़े
मई 2025 के आंकड़े भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग के लिए एक मील का पत्थर साबित हुए हैं। ₹26,688 करोड़ का SIP इनफ्लो न केवल एक नया रिकॉर्ड है, बल्कि यह निवेशकों के आत्मविश्वास और SIP की शक्ति का भी स्पष्ट प्रमाण है। यह पिछले सभी मासिक रिकॉर्डों को पीछे छोड़ते हुए, भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
AMFI (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, यह लगातार 22वां महीना है जब SIP इनफ्लो ₹10,000 करोड़ के पार रहा है, और अगस्त 2023 से यह लगातार ₹20,000 करोड़ के आंकड़े को पार कर रहा है। यह प्रवृत्ति बताती है कि SIP अब भारत में निवेश का एक मुख्य आधार बन चुका है। यह आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारतीय निवेशक अब लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों के लिए अधिक जागरूक और सक्रिय हो रहे हैं। इस बूम के बारे में आप CNBC TV18 पर और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
मई 2025 में कुल म्यूचुअल फंड एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) भी बढ़कर ₹72 लाख करोड़ के पार पहुंच गया, जिसमें इक्विटी और हाइब्रिड फंड्स में मजबूत इनफ्लो ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, बड़े कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप श्रेणियों में नेट फ्लो में थोड़ी कमी देखी गई, कुल SIP योगदान ने पूरे म्यूचुअल फंड उद्योग की मजबूत स्थिति को बनाए रखा है। यह दर्शाता है कि बाज़ार के कुछ क्षेत्रों में उतार-चढ़ाव के बावजूद, SIP के माध्यम से व्यक्तिगत निवेशक लगातार निवेश कर रहे हैं, जो एक स्वस्थ और टिकाऊ विकास का संकेत है।
लोकप्रिय SIP योजनाएं और उनमें निवेश के विकल्प
निवेशकों के लिए विभिन्न प्रकार की SIP योजनाएं उपलब्ध हैं, जो उनके जोखिम प्रोफाइल और वित्तीय लक्ष्यों के अनुरूप होती हैं। मई 2025 के आंकड़ों के बीच, कुछ फंड योजनाएं ऐसी हैं जिन्होंने निवेशकों का ध्यान विशेष रूप से आकर्षित किया है। इन योजनाओं में निवेश करके निवेशक अपनी संपत्ति को बढ़ाने की दिशा में एक ठोस कदम उठा सकते हैं।
- ICICI Prudential Nifty Next 50 Index Fund: यह फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो भारत की टॉप 50 कंपनियों के बाद अगली 50 बड़ी कंपनियों में निवेश करके बाज़ार के व्यापक विकास का लाभ उठाना चाहते हैं। इंडेक्स फंड होने के कारण इसमें जोखिम अपेक्षाकृत कम होता है और यह लंबी अवधि के लिए अच्छा विकल्प है।
- ICICI Prudential Bluechip Fund: यह एक लार्ज-कैप फंड है जो बड़ी और स्थापित कंपनियों में निवेश करता है। ये कंपनियां आमतौर पर बाज़ार की अस्थिरता के प्रति अधिक प्रतिरोधी होती हैं और स्थिर रिटर्न प्रदान करती हैं। यह उन निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है जो स्थिरता को प्राथमिकता देते हैं।
- IDBI Small Cap Fund: छोटे कैप फंड्स उच्च रिटर्न की क्षमता रखते हैं, लेकिन इनमें जोखिम भी अधिक होता है। IDBI Small Cap Fund उन निवेशकों के लिए है जो अधिक जोखिम लेने को तैयार हैं और लंबी अवधि में महत्वपूर्ण पूंजी वृद्धि की तलाश में हैं। छोटे कैप कंपनियों में निवेश से भविष्य में बड़ी वृद्धि की संभावना होती है।
निवेशक अपनी पसंद के फंड में SIP शुरू करने के लिए विभिन्न प्लेटफॉर्म्स का उपयोग कर सकते हैं। बैंक, ब्रोकरेज हाउस और ऑनलाइन म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म सभी SIP निवेश की सुविधा प्रदान करते हैं। यह सलाह दी जाती है कि निवेश करने से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करें और यदि आवश्यक हो तो वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। बेहतर SIP प्लान के बारे में यहां और जानें। #SIPInvestment #MutualFunds
SIP निवेश के फायदे और कुछ विचारणीय बातें
SIP निवेश के कई फायदे हैं, जो इसे एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं, लेकिन कुछ विचारणीय बातें भी हैं जिन पर ध्यान देना ज़रूरी है। एक जागरूक निवेशक के रूप में इन दोनों पहलुओं को समझना महत्वपूर्ण है।
फायदे (Pros) | विचारणीय बातें (Cons/Considerations) |
---|---|
अनुशासन और नियमितता: SIP आपको नियमित निवेश की आदत डालने में मदद करता है, जिससे वित्तीय अनुशासन बना रहता है। | बाज़ार जोखिम: भले ही रुपी कॉस्ट एवरेजिंग जोखिम कम करती है, म्यूचुअल फंड बाज़ार जोखिमों के अधीन होते हैं, और रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती। |
रुपी कॉस्ट एवरेजिंग: यह बाज़ार के उतार-चढ़ाव के प्रभाव को कम करता है, जिससे आपको लंबी अवधि में बेहतर औसत खरीद मूल्य मिलता है। | शॉर्ट-टर्म लाभ की कमी: SIP लंबी अवधि के लिए डिज़ाइन किया गया है; कम समय में बड़े रिटर्न की उम्मीद करना उचित नहीं है। |
न्यूनतम निवेश राशि: आप बहुत कम राशि (जैसे ₹100) से निवेश शुरू कर सकते हैं, जिससे यह सभी के लिए सुलभ है। | निकासी पर शुल्क: कुछ फंड्स में निश्चित अवधि से पहले निकासी पर एग्जिट लोड (Exit Load) लग सकता है। |
कम्पाउंडिंग का लाभ: लंबी अवधि में, आपके निवेश पर मिलने वाला रिटर्न भी रिटर्न कमाता है (कम्पाउंडिंग), जिससे आपकी संपत्ति तेज़ी से बढ़ती है। | सही फंड का चुनाव: बाज़ार में हजारों फंड उपलब्ध हैं, सही फंड का चुनाव करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है जिसके लिए शोध या विशेषज्ञ सलाह की आवश्यकता होती है। |
वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति: SIP से आप घर खरीदने, बच्चों की शिक्षा या सेवानिवृत्ति जैसे बड़े वित्तीय लक्ष्यों को व्यवस्थित रूप से पूरा कर सकते हैं। | महंगाई का प्रभाव: यदि निवेश से मिलने वाला रिटर्न महंगाई दर से कम है, तो वास्तविक रिटर्न नकारात्मक हो सकता है। |
बोनस सेक्शन: निवेशक SIP क्यों चुनें?
म्यूचुअल फंड्स में SIP के प्रति निवेशकों का बढ़ता रुझान केवल आंकड़ों की बात नहीं है, बल्कि यह एक गहरी समझ और बदलती वित्तीय प्राथमिकताओं को दर्शाता है। निवेशक SIP को कई कारणों से चुनते हैं, जो इसे अन्य निवेश विकल्पों से अलग और बेहतर बनाते हैं।
- छोटी शुरुआत, बड़ा परिणाम: SIP की सबसे बड़ी अपील यह है कि आप छोटी से छोटी राशि, जैसे ₹100 प्रति माह, से भी निवेश शुरू कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए बेहतरीन है जिनकी आय सीमित है या जो पहली बार निवेश कर रहे हैं। धीरे-धीरे, ये छोटी बचतें चक्रवृद्धि ब्याज की शक्ति से एक बड़ा कोष बन जाती हैं।
- तनाव मुक्त निवेश: बाज़ार की अस्थिरता अक्सर निवेशकों को चिंतित करती है, लेकिन SIP इस चिंता को कम करता है। ‘रुपी कॉस्ट एवरेजिंग’ के सिद्धांत के कारण, आपको बाज़ार के समय का अनुमान लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। आप लगातार निवेश करते रहते हैं, चाहे बाज़ार ऊपर हो या नीचे, जिससे लंबी अवधि में औसत लागत अनुकूल रहती है।
- पेशेवर प्रबंधन: SIP के माध्यम से आप ऐसे फंड्स में निवेश करते हैं जिनका प्रबंधन पेशेवर फंड मैनेजरों द्वारा किया जाता है। ये विशेषज्ञ बाज़ार अनुसंधान करते हैं और आपके पैसे को विभिन्न कंपनियों और क्षेत्रों में विवेकपूर्ण तरीके से निवेश करते हैं, जिससे आपके निवेश को अधिकतम लाभ मिल सके।
- तरलता और लचीलापन: इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) को छोड़कर, अधिकांश म्यूचुअल फंड में आपकी यूनिट्स को बेचने और पैसे निकालने की सुविधा होती है। SIP को रोका या बदला भी जा सकता है, जिससे यह निवेशकों को वित्तीय लक्ष्यों में बदलाव होने पर लचीलापन प्रदान करता है।
- दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण: SIP लंबी अवधि के निवेश के लिए एक उत्कृष्ट उपकरण है। चाहे आप अपने बच्चे की शिक्षा, सेवानिवृत्ति, या एक नया घर खरीदने का लक्ष्य बना रहे हों, SIP आपको व्यवस्थित रूप से उस लक्ष्य तक पहुंचने में मदद कर सकता है। समय के साथ, निवेश की गई छोटी-छोटी राशियाँ एक महत्वपूर्ण संपत्ति में बदल जाती हैं। मई 2025 की मार्केट मोमेंटम रिपोर्ट भी इस दीर्घकालिक दृष्टिकोण की पुष्टि करती है।
FAQ
- म्यूचुअल फंड्स में SIP क्या है और यह कैसे काम करता है?
SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) म्यूचुअल फंड में निवेश का एक तरीका है, जिसमें आप नियमित अंतराल (जैसे मासिक या त्रैमासिक) पर एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं। यह आपकी ओर से म्यूचुअल फंड की यूनिट्स खरीदता रहता है। इसका मुख्य लाभ रुपी कॉस्ट एवरेजिंग है, जहां बाज़ार के गिरने पर अधिक यूनिट्स और बढ़ने पर कम यूनिट्स खरीदी जाती हैं, जिससे लंबी अवधि में आपकी औसत खरीद लागत अनुकूल हो जाती है।
- मई 2025 में SIP इनफ्लो कितना रहा और इसका क्या महत्व है?
मई 2025 में म्यूचुअल फंड्स में SIP इनफ्लो रिकॉर्ड ₹26,688 करोड़ रहा, जो इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा मासिक योगदान है। यह दर्शाता है कि भारतीय निवेशक अब अधिक वित्तीय रूप से जागरूक हो रहे हैं और लंबी अवधि के धन सृजन के लिए व्यवस्थित निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह भारतीय वित्तीय बाज़ार में एक मजबूत और सकारात्मक रुझान का संकेत है।
- SIP के माध्यम से निवेश करने के मुख्य फायदे क्या हैं?
SIP के कई फायदे हैं, जिनमें निवेश में अनुशासन, रुपी कॉस्ट एवरेजिंग के माध्यम से बाज़ार की अस्थिरता का जोखिम कम करना, छोटी राशि से निवेश शुरू करने की सुविधा (जैसे न्यूनतम ₹100), और चक्रवृद्धि ब्याज की शक्ति के माध्यम से दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण शामिल हैं। यह निवेशकों को बिना बाज़ार के समय का अनुमान लगाए, व्यवस्थित रूप से निवेश करने में मदद करता है।
- क्या SIP निवेश सुरक्षित है और इसमें क्या जोखिम शामिल हैं?
SIP निवेश एक व्यवस्थित तरीका है, लेकिन यह पूरी तरह से जोखिम मुक्त नहीं है। म्यूचुअल फंड बाज़ार जोखिमों के अधीन होते हैं, जिसका अर्थ है कि फंड का मूल्य बाज़ार के प्रदर्शन के आधार पर घट या बढ़ सकता है। हालांकि, रुपी कॉस्ट एवरेजिंग और पेशेवर फंड प्रबंधन इन जोखिमों को कुछ हद तक कम करने में मदद करते हैं। लंबी अवधि के लिए निवेश करने से जोखिम को और कम किया जा सकता है।
- मैं SIP कैसे शुरू कर सकता हूँ?
SIP शुरू करना बहुत आसान है। आप किसी बैंक, ब्रोकरेज फर्म, या ऑनलाइन म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म के माध्यम से SIP शुरू कर सकते हैं। आपको अपनी KYC (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया पूरी करनी होगी और आवश्यक दस्तावेज़ (जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड) जमा करने होंगे। आप अपनी पसंद का फंड और मासिक निवेश राशि चुन सकते हैं, और ऑटो-डेबिट मैंडेट सेट कर सकते हैं।
निष्कर्ष
मई 2025 में म्यूचुअल फंड्स में ₹26,688 करोड़ का रिकॉर्ड SIP इनफ्लो भारतीय निवेशकों की बदलती मानसिकता और वित्तीय परिपक्वता का स्पष्ट प्रमाण है। यह आंकड़ा न केवल एक संख्या है, बल्कि करोड़ों भारतीयों की वित्तीय समझदारी और भविष्य के लिए उनकी नियोजन क्षमता का प्रतीक भी है। SIP, अपने अनुशासित दृष्टिकोण, रुपी कॉस्ट एवरेजिंग के लाभ और सुलभ निवेश विकल्पों के साथ, अब भारत में संपत्ति निर्माण का एक अपरिहार्य उपकरण बन गया है।
यह प्रवृत्ति न केवल व्यक्तिगत निवेशकों के लिए धन सृजन के नए अवसर खोल रही है, बल्कि भारतीय पूंजी बाज़ारों को भी स्थिरता और गहराई प्रदान कर रही है। जैसे-जैसे अधिक से अधिक लोग SIP की शक्ति को समझेंगे, यह इनफ्लो और सक्रिय खातों की संख्या में निरंतर वृद्धि की संभावना है, जिससे भारत की वित्तीय प्रणाली को और मजबूती मिलेगी। यदि आपने अभी तक SIP के माध्यम से निवेश शुरू नहीं किया है, तो यह सही समय हो सकता है कि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में इस शक्तिशाली कदम को उठाएं। हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको उपयोगी लगा होगा। इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें और अपनी प्रतिक्रिया हमें कमेंट्स में बताएं। आप हमारे हमारे बारे में पेज पर जाकर और भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और किसी भी प्रश्न के लिए हमसे संपर्क करें।
इस वीडियो में और जानें
कृपया ध्यान दें: ऊपर दिया गया YouTube वीडियो एक उदाहरण है। वास्तविक वीडियो सामग्री विषय से संबंधित होनी चाहिए।
Disclaimer: अस्वीकरण: सभी फोटो और वीडियो Google और YouTube जैसे सार्वजनिक प्लेटफॉर्म से लिए गए हैं। यदि कोई सामग्री आपकी है और आप उसका श्रेय या हटाना चाहते हैं, तो कृपया हमारे संपर्क पेज पर हमें सूचित करें।